जीवनी/आत्मकथा >> भारतरत्न पंडित गोविंद वल्लभ पंत भारतरत्न पंडित गोविंद वल्लभ पंतहिमांशु जोशी
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नेशनल बुक ट्रस्ट की सतत् शिक्षा पुस्तकमाला सीरीज़ के अन्तर्गत एक रोचक पुस्तक
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
पंतजी की जीवनी बच्चों के लिए लिखना मेरे लिए एक तरह की चुनौती रही। सरल, सहज शैली में जीवन-वृत्तांत लिखना आसान नहीं। यों पंतजी पर अब तक अनेक अच्छी-अच्छी पुस्तकें लिखी जा चुकी हैं, जो सराही भी कम नहीं गयी हैं। किंतु मुझे लगा कि बच्चों की आवश्यकताएं कुछ और होती हैं। इसलिए मैं चाहता था कि प्रस्तुत पुस्तक अधिक से अधिक बोधगम्य हो और बच्चों के लिए रोचक भी ताकि वे केवल जीवनी के रूप में ही नहीं, इसे एक प्रामाणिक ऐतिहासिक दस्तावेज़ के रूप में भी ले सकें। इसलिए मैं प्रायः उन सारी जगहों पर स्वयं गया, जो पंतजी के जीवन से जुड़ी थीं।
इस कार्य में अनेक लोगों का सहयोग मिला। महीयसी महादेवी वर्मा, श्रीमती विजयलक्ष्मी पंडित, श्री उमाशंकर दीक्षित, श्री कमलापति त्रिपाठी आदि जिन महानुभावों से मिला, उन्होंने मुक्त हृदय से अपना सद्भाव दिया। श्री कृष्णचंद पंत तथा श्रीमती इला पंत को भी यदा-कदा कष्ट देता रहा। यह कार्य न हो पाता यदि श्री जी. एल. बंसल, सचिव, "पं. गोविंद वल्लभ पंत स्मारक समिति" की शुभकामनाएं साथ न रहतीं। अतः इन सब के प्रति आभार!
बच्चों को, जिनके लिए यह पुस्तक लिखी गयी है, यदि पसंद आयी तो अपना प्रयास सफल समझूंगा। - हिमांशु जोशी
इस कार्य में अनेक लोगों का सहयोग मिला। महीयसी महादेवी वर्मा, श्रीमती विजयलक्ष्मी पंडित, श्री उमाशंकर दीक्षित, श्री कमलापति त्रिपाठी आदि जिन महानुभावों से मिला, उन्होंने मुक्त हृदय से अपना सद्भाव दिया। श्री कृष्णचंद पंत तथा श्रीमती इला पंत को भी यदा-कदा कष्ट देता रहा। यह कार्य न हो पाता यदि श्री जी. एल. बंसल, सचिव, "पं. गोविंद वल्लभ पंत स्मारक समिति" की शुभकामनाएं साथ न रहतीं। अतः इन सब के प्रति आभार!
बच्चों को, जिनके लिए यह पुस्तक लिखी गयी है, यदि पसंद आयी तो अपना प्रयास सफल समझूंगा। - हिमांशु जोशी
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